कृषि विभाग की उदासीनता का परिणाम भोग रहे किसान
नकली व गुणवत्ताहीन बीज के कारण हुई फसलें खराब
नरसिंहपुर। कृषि प्रधान नरसिंहपुर जिले में कृषि विभाग की उदासीनता का परिणाम किसानों को भुगतना पड़ रहा है। जिले में वर्षो से जमे अधिकारियों की मैदानी सक्रियता का आभाव एवं मनमर्जीपूर्वक कागजी खानापूर्ति तक सीमित रहने के कारण कृषि से जुड़े कई क्षेत्र में अनियमिततायें व्याप्त है। बीज व कीटनाशक दुकानों का औचक व पारदर्शी निरीक्षण के आभाव में नकली बीज व कीटनाशक आदि की खपत बढ़ गई है। जिससे किसानों को समय-समय पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। हाल ही में मक्का का नकली व गुणवत्ताहीन बीज विक्रय का मामला उस वक्त प्रकाश में आया जब बड़ी संख्या में किसान इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय ज्ञापन सौंपने पहुंचे।शुक्रवार को गोटेगांव तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम राजा कछार, देवनगर पुराना, बरपानी सहित आदि ग्रामवासियों ने पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामवासियों ने बताया कि हम लोग तहसील गोटेगांव जिला नरसिंहपुर में काश्तकार है और विगत कई वर्षाे से काश्तकारी का काम कर रहे हैं। ज्ञापन में बताया कि हमारे द्वारा खरीफ सफल की बोनी हेतु मेसर्स मालक एण्ड सन्स गोटेगांव के माध्यम से जे.के. एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड हैदराबाद कंपनी से बीज का क्रय किया गया था। जिसमें मक्का का बीज नकली एवं गुणवत्ताहीन होने के कारण हम लोगों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। पीड़ित कृषकों ने बताया कि हमारे द्वारा इस बीज का उपयोग लगभग 40 एकड़ भूमि में किया गया था। लेकिन बोवनी के बाद फसल न तो अंकुरित हुई और न ही उसके पौधे बन पाए। जिसके कारण लगभग 40 एकड़ की फसल लगभग 70 प्रतिशत से ज्यादा बर्बाद हो गई है। जिसमें लगभग 15 लाख रूपये का आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। पीड़ितो ने बताया कि मालक एण्ड संस कंपनी के द्वारा धोखाधड़ी कर झूठा प्रलोभन व आश्वासन देकर उक्त नकली बीज का विक्रय किया गया है। जिसके कारण हम सभी अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। उक्त विक्रेता मेसर्स मालक एण्ड संस के द्वारा जे.के. एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड कंपनी का खराब नकली बीज विक्रय किया गया है। जिसके उपयोग से हम सभी की फसलें खराब हो गई हैं। किसानो द्वारा दुकानदार व कंपनी के विरूद्व कार्रवाई की मांग की गई है ।
पहले भी दे चुके हैं आवेदन
पीड़ित किसानों ने बताया कि हमारे द्वारा 15 जुलाई को तहसील कार्यालय गोटेगांव को ज्ञापन दिया गया था। वहीं 19 जुलाई को एक लिखित शिकायत कलेक्टर से की गई थी। बावजूद इसके अभी तक उक्त विक्रेता एवं कंपनी पर कोई ठोस कार्रवाई नही की गई है। किसानों ने बताया कि हमारी फसल की जांच करने हल्का पटवरी एवं आरआई सहित कृषि विभाग के अधिकारी एवं मंडी सचिव ने जांच कर पंचनामा बनाया था जिसमें उल्लेख किया गया था कि लगभग 70 प्रतिशत फसल नष्ट पाई गई और 30 प्रतिशत बीज ही अंकुरित होना पाया गया। जिसके अनुसार 100 प्रतिशत नुकसान माना जावे। पीड़ित किसानों ने बीज विक्रेता मेसर्स मालक एण्ड संस गोटेगांव एवं जे.के. एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड हैदराबाद पर धोखाधड़ी एवं नकली खाद्य बीज विक्रय के विरूद्ध मामला पंजीबद्व कर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई कर मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने के अवसर पर ऋषिराज पटैल, कमल सिंह लोधी, पीड़ित कृषकों में राजकुमार लोधी राजाकछार, सुरेन्द्र पटैल, रामकुमार पटैल, संतोष कुमार तुलसीराम, दशरथ सिंह, रामकुमार प्रजापति, दुल्ला रजक सहित दर्जनों की संख्या में पीड़ित किसान मौजूद रहे।