लाखों के पैकेज को छोड़कर आधुनिक तकनीक से खेती को अपनाया
एनएसपीन्यूज। आमतौर पर युवा आईटी कंपनी और मेट्रो शहरों में नौकरी तलाशते हैं, लेकिन रतलाम के रियावन गांव के दो युवा किसानों ने खेती को अपनाकर उसे लाभ का धंधा बना लिया। रियावन के धाकड़ ब्रदर्स अरविंद और रविंद्र ने प्राइवेट नौकरी नहीं करते हुए खेती को अपना कॅरियर चुना। दोनों ने खेत पर ही हाइड्रोपोनिक तकनीक का प्रशिक्षण केंद्र और हाईटेक नर्सरी बनाकर अपना खुद का एग्रीकल्चर बिजनेस खड़ा कर दिया है। भाइयों की जोड़ी में अरविंद धाकड़ ने बीकॉम ग्रेजुएट होने के बाद खेती को चुना। छोटे भाई रविंद्र ने एमएससी लाइफ साइंस से पोस्ट ग्रेजुएट होने के बाद अमेरिका की अलवेयरलो, सिलो और एगसेट्रा एग्री टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ यूरोपियन देशों की एग्री रिसर्च कंपनियों से भी जॉब व रिसर्च के ऑफर मिले थे। उन्होंने लाखों रुपए के पैकेज को छोड़कर गांव में आधुनिक तकनीक से खेती करने की राह चुनी। दोनों ने करीब 10 साल की कड़ी मेहनत से धाकड़ हाइड्रोपोनिक और धाकड़ हाईटेक नर्सरी स्थापित कर युवाओं के लिए एक मिसाल पेश की है।