चार थाना प्रभारियों सहित 14 पुलिस कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी
एनएसपीन्यूज। हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने क्राइम ब्रांच के पुलिस जवान, चार थाना प्रभारियों सहित 14 पुलिस कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए है। एक महीने में इन 14 पुलिस कर्मियों को कोर्ट में अपना जवाब देना है। इन पुलिस कर्मियों पर एक युवक और उसके भाइयों को बिना अपराध घर में घुसकर उठा ले जाना और अलग-अलग थानों में बंद कर अपराधिक मामलों में गिरफ्तारी दिखाने का आरोप है। जिन पुलिस कर्मियों ने को नोटिस जारी किए गए हैं अब वह शहर के विभिन्न थानों में पदस्थ हैं। शहर के बिरला नगर में रहने वाले यतेंद्र सिंह जाट ने इस मामले में हाई कोर्ट में याचिका दायर करके दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर धारा 156 के तहत कार्यवाही करने का निवेदन किया है। ऐसे मामले में यतेंद्र सिंह द्वारा जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है उनमें चार पुलिसकर्मी वर्तमान में अलग-अलग स्थानों में पदस्थ हैं, इनमें आलोक परिहार (जनकगंज थाना), संतोष भदौरिया (हजीरा) राजेंद्र बर्मन, सुदेश तिवारी व संजू कामले (शहर से बाहर थानों में) के अलावा एक और आरक्षक शामिल हैं। याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 4 सप्ताह में सभी संबंधित पुलिसकर्मियों से जवाब मांगा है। एडवोकेट जितेन्द्र सिंह राठौर के माध्यम से ये याचिका दायर की गई है। जिसमें आरोपियों के खिलाफ पुलिस को थ्प्त् दर्ज कर मामले की जांच कराने का निवेदन किया गया है। न्यायालय ने प्रतिवादी घनश्याम जाट, अनिल राजावत, संतोष भदौरिया, जितेन्द्र सिंह तोमर, लोकेन्द्र राजावत, रामसहाय यादव, अंजनी चंदेल, राहुल यादव सभी आरक्षक, सत्यवीर जाटव एएसआई, टीआई राजेन्द्र बर्मन, संजू कामले, सुदेश तिवारी, आलोक परिहार सहित सभी थाना प्रभारी हैं जिन्हें नोटिस जारी किए गए हैं।
शहर के बिरला नगर लाइन नंबर 12 निवासी यतेन्द्र सिंह चौधरी ने इंडियन पैनर कोर्ट की धारा 452, 364, 364 ए, 365, 367, 368, 395, 397 व 11 एवं 13 डकैती अधिनियम के तहत विशेष न्यायालय में परिवाद पेश किया था। यतेन्द्र चौधरी 4 सितंबर 2018 को रात 10.21 बजे अपने घर पर खाना खा रहा था, तभी उसके घर में 8-10 लोग सिविल ड्रेस में जबरन घुसकर यतेन्द्र व उसके भाइयों को मारने-पीटने लगे। यतेन्द्र व उसके पिता गजेन्द्र सिंह व यतेन्द्र की पत्नी ने उन्हें रोकने व बीच बचाव का प्रयास किया। इस पर टीआई सुदेश तिवारी ने उस पर रिवॉल्वर तान दी थी। घनश्याम जाट ने सिर पर रिवाल्वर लगा दी। एक व्यक्ति ने यतेन्द्र के पिता गजेन्द्र सिंह को धक्का दे दिया। यतेन्द्र की पत्नी के साथ भी आरोपियों ने धक्का-मुक्की की। आरोपी उसके भाइयों को घर से बाहर लाकर मारते हुए ले जाने लगे तभी पडौसी विनय परमार ने इन लोगों को पकड़ लिया। एक आरोपी ने यतेन्द्र का पर्स भी छीन लिया। आरोपी उनके मोबाइल तथा जेबों में रखे पैसे भी ले गए। वहीं आरोपी उनकी कार को भी क्राइम ब्रांच थाने में ले गए।