भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में बनेगा श्री परशुराम लोक एवं धाम
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समाज में समता एवं समानता लाने की सबसे पहली पहल भगवान श्री परशुराम ने की थी। उन्होंने सबको भूमि उपलब्ध कराने की पहल भी की थी। उनके विचारों को आगे बढ़ाने के लिये हमने तय किया है कि मध्यप्रदेश में अब कोई भी गरीब आवासहीन नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में श्री परशुराम लोक एवं धाम बनाया जायेगा। साथ ही प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड बनेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान इंदौर जिले के महू विकासखंड में भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में परशुराम जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने यहाँ भगवान श्री परशुराम की पूजा-अर्चना भी की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री परशुराम, भगवान श्री विष्णु के 6वें अवतार थे। धर्म की रक्षा एवं दुष्टों के नाश के लिये उनका अवतार हुआ था। मध्यप्रदेश धन्य एवं गौरवशाली है कि भगवान श्री परशुराम का जन्म हमारे प्रदेश में हुआ। वे शस्त्र एवं शास्त्र के ज्ञाता थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी जन्म-स्थली जानापाव में 10 करोड़ 59 लाख रूपये के विभिन्न विकास कार्य करवाये जा रहे है। इसके लिये राशि स्वीकृत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जानापाव में श्री परशुराम लोक एवं धाम बनाने की रूपरेखा विद्वानों एवं प्रशासन के साथ मिल कर बनाई जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जानापाव में चल रहे विकास कार्यों और कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में कार्य-योजना की जानकारी भी प्राप्त की।
केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि यह हमारे लिये गौरव का विषय है कि भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली मध्यप्रदेश में है। यह खुशी का विषय है कि इसे तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव पुण्य-भूमि है। राज्य सरकार द्वारा इसे तीर्थ के रूप में विकसित कर तेजी से विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिये विभिन्न सुविधाएँ जुटाई जा रही है। रामकिशोर शुक्ला और राष्ट्रीय परशुराम परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने भी सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री को लाड़ली बहनों ने भेंट की विशाल राखी
मुख्यमंत्री श्री चौहान को इंदौर जिले के जानापाव पहुँचने पर लाड़ली बहनों ने विशाल राखी भेंट की। उनका जगह-जगह स्वागत भी किया और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए आभार माना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाएँ हमारी लाड़ली बहना हैं। उनके कल्याण और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं रखी जायेगी। उनके सम्मान की रक्षा भी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के समग्र कल्याण के लिये ही लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है। यह एक क्रांतिकारी योजना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी महिलाओं से आग्रह किया कि वे योजना में स्वयं पंजीयन कराये और अन्य बहनों को भी प्रोत्साहित करें।