जंगली तोते की तस्करी करने वाले तीन आरोपी एसटीएसएफ द्वारा गिरफ्तार
एनएसपीन्यूज। दुर्लभ प्रजाति पैराकीट और जंगली तोते की तस्करी करने वाले तीन आरोपित को स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) की इंदौर टीम ने पकड़ा है। पूछताछ में तस्करों ने जंगल से पकड़कर इन्हें बेचना बताया है। गिरोह पूरे प्रदेश में फैला है, जो मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश-महाराष्ट्र में भी तोते भिजवाते थे। तस्करी करने के लिए बस और छोटे वाहनों का सहारा लिया जाता था। एक बार में 100 से 150 तोते एक साथ भेजते थे। बाजार में इन्हें 500 से 1000 रुपये में बेचा जाता था। एसटीएसएफ के मुताबिक पकड़ने से तस्करी और बेचने का काम गिरोह करता है, जिसमें 50 से 80 लोग होने की आशंका है। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एसटीएसएफ ने तस्करों को पकड़ने के लिए टीम बनाई, जिसमें वनकर्मी तोते खरीदने के लिए तस्करों से मिले। टीम ने खंडवा, भोपाल और बडवाह क्षेत्र से तीन तस्कर पकड़े है। सुरेश, दिनेश और सत्यनारायण है। तीनों आदिवासी क्षेत्र से आते है, जो मोगिया जाति से ताल्लुक रखते है। इन्हें शिकार करने में माहीर माना जाता है। तीनों से पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्य खंड़वा, बडवाह, झाबुआ, सतना, सागर, छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय है। अधिकांश तोतों को पकड़कर भोपाल के जहांगीराबाद के बाजार में बेचने के लिए लाया जाता था। यहां तक प्रदेश के अन्य हिस्सों में तोते की तस्करी की जाती है। तस्कर अधिकांश समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाली बसों का इस्तेमाल करते है। वहीं चार पहिया वाहनों में भी तस्करी कर एक से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाता था। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में भी गिरोह के तार फैले हुए है। इंदौर एसटीएसएफ कार्यालय में तीनों आरोपित से पूछताछ चल रही है, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उसके आधार पर बाकी स्थानों में भी टीम जल्द दबिश देंगी।