चालान लाने वाले आरक्षकों की कार्य प्रणाली से अधिवक्ताओं में रोष, एसपी को सौंपा ज्ञापन
नरसिंहपुर। जिला न्यायालय नरसिंहपुर की प्रत्येक न्यायालय में जिले के प्रत्येक थानों से मुंशियों द्वारा चालान लाने व न्यायालय में पेश करने के पूर्व सांठ-गांठ करने व अपनी मर्जी के अधिवक्ता को प्रकरण में अभियुक्त की ओर से अधिवक्ता नियुक्त कराने तथा विगत कई वर्षों से न्यायालयों में नियुक्त मोहर्रर को बदलने के लिये जिला अधिवक्ता संघ ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जिला अधिवक्ता संघ ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि एक ही थाने में पदस्थ आरक्षक जो न्यायालय में चालान पेश करते हैं, पक्षकारों को गुमराह कर अधिवक्ताओं का काम प्रभावित कर रहे हैं। पुलिस थानों में पदस्थ जो चालान आदि की कार्रवाई करते हैं ऐसे आरक्षक चालान प्रस्तुत करने के पूर्व पक्षकारों के परिजनों को गुमराह करते हैं तथा किसी अधिवक्ता विशेष के पास जाने का दबाब बनाते हैं तथा अधिवक्ता की फीस भी तय कर लेकर अधिवक्ताओं की दलाली कर रहे हैं। संबंधित थानों के आरक्षकों द्वारा समरी ट्रायल में भी पक्षकारों से न्यायालय के नाम से अवैध वसूली करते हैं तथा पक्षकारों को प्रकरण समाप्त कराने का प्रलोभन देकर रूपये ऐंठते हैं। थानों में पदस्थ ऐसे आरक्षक अनेक वर्षों से एक समान कार्य कर रहे हैं।
उक्त आरक्षकों के अवैध कृत्य से अधिवक्तागणों को प्रतिदिन कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है तथा पक्षकारों से अनावश्यक वाद विवाद होता है। यदि सबंधित थानों में पदस्थ आरक्षको का स्थानांतरण/कार्य परिवर्तन नहीं किया जाता तो अधिवक्ता व पक्षकारों तथा पुलिस के मध्य विवाद होने की संभावना रहती है इस कारण से पुलिस थानों में पदस्थ संबंधित आरक्षकों का स्थानांतरण/कार्य परिवर्तन कराया जाना अति आवश्यक है।
जिला अधिवक्ता संघ ने थानों में पदस्थ्य आरक्षक जो चालान प्रस्तुत करते हैं उनकी कार्यप्रणाली की जांच करायी जाकर उक्त समस्या का यथोचित निवारण किये जाने की मांग की है।