छोटे से गांव रुसल्ला के किसान की बेटी सृष्टि बनी सिविल जज
एनएसपीन्यज। मध्य प्रदेश के छोटे से गांव रुसल्ला के रहने वाले किसान विश्वनाथ सिंह कुशवाहा की बेटी को सुप्रीम कोर्ट में इंटर्नशिप करते समय जज बनने का ऐसा जुनून चढ़ा कि महज 25 साल की उम्र में सिविल जज की परीक्षा पास कर ली है। सृष्टि सिंह कुशवाहा ने अपनी जिद्द से ना केवल परीक्षा पास की बल्कि मध्य प्रदेश में 11वीं रैंक हासिल कर परिवार के साथ जिले का भी नाम रोशन किया है। किसान पिता ने बेटी को पढ़ाई में कोई असुविधा ना हो, इस वजह से रुसल्ला गांव से आकर सागर शहर के शिवाजी वार्ड में रहने यही नहीं, वह अब खेती किसानी के काम के लिए शहर से गांव अप डाउन करते हैं. सृष्टि बताती हैं कि एलएलबी की पढ़ाई के दौरान साल 2018-19 में दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए गई थी. जहां इंटर्नशिप के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जजों का ओहदा, उनके काम करने का तरीका और कद देखा, तो लगा मुझे भी जज बनना चाहिए. तभी से मन में ठान लिया था कि जज बनूंगी. सृष्टि ने कहा,’ यह जरूरी नहीं है कि किसी परीक्षा की तैयारी करने के लिए 12 से 18 घंटे तक पढ़ाई करनी पड़े. यदि आप 6 घंटे भी पूरे फोकस के साथ पढ़ते हैं, तो कामयाबी मिल सकती है।
सृष्टि सिंह कुशवाहा ने कहा कि मैंने सिविल जज बनने का लक्ष्य बनाया। वहीं, कोरोना में दिल्ली से घर आने के बाद सेल्फ स्टडी के साथ ऑनलाइन कोचिंग ली. पहली बार में मेंस में आंसर राइटिंग में पीछे रह गई थी। जबकि दूसरी बार आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करने की वजह से मैं यह मुकाम को हासिल कर पाई हूं। वहीं, सृष्टि के किसान पिता विश्वनाथ सिंह कुशवाहा कहते हैं कि बेटी ने बहुत मेहनत, लगन और पूरी ताकत के साथ पढ़ाई की। इस वजह से उसे यह सफलता मिली है. हम लोगों को सृष्टि पर गर्व है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में परिवार को भी संघर्ष करना पड़ता है।