डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर वरिष्ठ नागरिक से की गई थी एक लाख से अधिक रूपये की मांग
एनएसपीन्यूज। गत 11 नवंबर को राकेश कुमार गुप्ता, सेवानिवृत्त नारकोटिक्स अधिकारी सायबर सेल ग्वालियर में सहायता के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि 10 नवंबर को उनके पास व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें एक व्यक्ति ने स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। आरोपी ने उन्हें धमकाया कि उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है और उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, यदि उन्होंने किसी को इस डिजिटल अरेस्ट की सूचना दी। जालसाजों ने उन्हें डराकर उनकी बैंक जानकारी ली और एक लाख 11 हजार 930 रुपये आरटीजीएस करने का दबाव डाला।
संदेह होने पर राकेश कुमार सायबर सेल में सहायता के लिए पहुंचे, जहां सायबर सेल टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जालसाजों से संपर्क किया और तथ्यों की जांच की। सायबर सेल टीम ने उन्हें जानकारी दी कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। जालसाजों की मंशा और तरीके का खुलासा होने पर राकेश कुमार ने राहत की सांस ली। सायबर सेल की तत्परता से वरिष्ठ नागरिक को वित्तीय ठगी से बचा लिया गया।