अमरकंटक में उप मुख्यमंत्री ने मां नर्मदा परिक्रमा वासियों से की आत्मीय मुलाकात
एनएसपीन्यूज। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा का शुभ दिन हमारे लिए विशेष महत्व रखता है। आज के दिन मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त करना हम सभी के लिए परम सौभाग्य और जीवन का पावन क्षण है। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं का दर्शन और उनसे आत्मीय मुलाकात करना मेरे लिए हर्ष और गर्व का विषय है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने अनूपपुर जिले के अमरकंटक में कबीर चबूतरा पर मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं से आत्मीय संवाद किया।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि नर्मदा पुराण में वर्णित है कि मैकल की परिक्रमा पूरे विश्व की परिक्रमा के समान है। माँ नर्मदा के तट का प्रत्येक कंकड़ स्वयं शंकर है। यह हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। इसे न केवल हमें समझना चाहिए, बल्कि इसे सहेजकर आने वाली पीढ़ियों को भी सौंपना हमारा परम दायित्व है। इसी से मानव जाति का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा हमारी संस्कृति की सबसे गहरी आस्था और जीवनशैली का प्रतीक है। यह आध्यात्मिक यात्रा निश्चित रूप से समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने पुराणों का उल्लेख करते हुए कहा कि मां गंगा के पवित्र स्नान का जो पुण्य मिलता है, वही पुण्य मां नर्मदा के केवल दर्शन मात्र से प्राप्त होता है। यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, और परिक्रमा वासियों से मिलना तो मेरे जीवन का परम गौरव है।
श्री शुक्ल ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती, जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अमूल्य प्रयासों से न केवल देश बल्कि हमारी सनातन संस्कृति की रक्षा में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है। उनका जीवन और आदर्श हमें प्रेरणा देते हैं। उप मुख्यमंत्री ने कबीर चबूतरा में मां नर्मदा की आरती की। कार्यक्रम में साधु-संतों के साथ विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रामदास पुरी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।