धान के लिये 1412 और मोटा अनाज के लिये 104 उपार्जन केन्द्र, 22 नवम्बर से ज्वार-बाजरा और 2 दिसम्बर से धान का उपार्जन
एनएसपीन्यूज। धान विक्रय के लिये 1412 और मोटा अनाज (ज्वार-बाजरा) के लिये 104 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। ज्वार-बाजरा का उपार्जन 22 नवम्बर से और धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से होगा।
जिला बालाघाट में 185, सतना में 144, जबलपुर में 125, रीवा में 123, सिवनी में 99, कटनी में 84, मण्डला में 67, नर्मदापुरम में 65, सिंगरौली में 58, शहडोल में 55, पन्ना में 47, नरसिंहपुर में 45, सीधी में 43, उमरिया में 42, अनूपपुर में 34, दमोह में 33, डिण्डोरी में 31, रायसेन में 25, सागर में 24, सीहोर में 17, बैतूल में 17, छिंदवाड़ा में 9, शिवपुरी में 8, भिण्ड में 7, दतिया में 7, ग्वालियर में 6, हरदा में 3, विदिशा में 2, मुरैना में 2 और अलीराजपुर, झाबुआ, गुना, भोपाल एवं अशोकनगर में एक-एक धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।
इसी तरह ज्वार-बाजरा के उपार्जन के लिये रीवा में 2, सिंगरौली में 3, भिण्ड में 20, दतिया में 4, ग्वालियर में 12, मुरैना में 51 और नर्मदापुरम, शहडोल, पन्ना, नरसिंहपुर, सीधी, सागर, बैतूल, शिवपुरी, विदिशा, बड़वानी, बुरहानपुर और श्योपुर में एक-एक उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।