फर्जी डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से 40 लाख 70 हजार रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

nspnews 21-11-2024 Regional

एनएसपीन्यूज। इंदौर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाली एक अन्तर्राज्यीय गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस गैंग ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर सीनियर सिटीजन फरियादी से 40 लाख 70 हजार रुपये की ठगी की। पुलिस ने इस मामले में गुजरात से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 23 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।
घटना के बारे में फरियादी ने बताया कि 3 अक्टूबर 2024 को उनके मोबाइल नंबर पर एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को बांदा पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके नाम पर मुंबई में 2 करोड़ 60 लाख रुपये का रि-ट्रांसक्शन हुआ है। इसके बाद उन्होंने फर्जी कूटरचित दस्तावेज और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की झूठी प्रति भेजी और फरियादी को धमकाया कि अगर उन्होंने इस मामले में कार्रवाई नहीं की, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आरोपी ने फरियादी को डराते हुए कहा कि अगर वह इस केस से बचना चाहते हैं, तो उन्हें अपने बैंक खातों की जानकारी देनी होगी और पैसे जमा करने होंगे, ताकि उनकी स्थिति की जांच की जा सके। फरियादी डर के मारे अपनी एफडी तोड़कर और बैंक खाते से 40 लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जब पैसे वापस नहीं आए, तो फरियादी ने इस मामले की शिकायत इंदौर क्राइम ब्रांच में की।
क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा इस मामले में त्वरित कार्यवाही की गई और तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद गुजरात के दो आरोपियों हिम्मत भाई देवानी (58 वर्ष, सूरत) और अतुल गिरी गोस्वामी (46 वर्ष, कच्छ) को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे इस गैंग के सदस्य हैं और ठगी के लिए बैंक खाते प्रोवाइड करने का काम करते थे। इंदौर पुलिस ने आरोपियों का पुलिस रिमांड प्राप्त किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है, ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और ठगी से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा किया जा सके।

 

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