डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह को फर्जी तरीके से सिम देने वालाआरोपी गिऱफ्तार

nspnews 28-11-2024 Regional

एनएसपीन्यूज। क्राईम ब्रान्च (सायबर) जिला भोपाल की टीम ने हाउस अरेस्ट मामले में ठगी करने वाले गिरोह को सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाले एय़रटेल कम्पनी के पीओएस एजेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
27 नवंबर को फरियादी प्रमोद कुमार पिता ओमप्रकाश उम्र 38 साल नि. म.न.10 गायत्री नगर करारिया थाना बजरिया भोपाल ने शिकायती आवेदन पत्र प्रस्‍तुत किया कि वह वोडा-आईडिया में फील्ड इंजीनियर है। उन्‍हें 12 नवंबर को शाम को आवेदक के पास एक अज्ञात मो.न. से कॉल आया जिसने अपना नाम राहुल कुमार बताया और कहने लगा कि मैं टेलीकॉम रेगुलर ऑथॉरिटी से बात कर रहा हूं, आपके आधार कार्ड से एक सिमकार्ड मुंबई में लिया गया है। जिसका उपयोग गैर कानूनी कार्य में किया जा रहा है। फिर कुछ देर बाद मेरे पास एक अज्ञात व्हाट्सएप मो.नं. से कॉल आया और बोलने लगा की मैं मुंबई क्राईम ब्रांच से बात कर रहा हूं। आपके आधार कार्ड से जो मोबाईल नम्बर लिया गया है उससे गैर कानूनी कार्य किया जा रहा है फिर उन लोगो ने मुझे डराने के लिए एक अज्ञात व्हाट्सएप मो.नं. से आवेदक के पास सीबीआई के नाम से तीन फर्जी पत्र भेजे। जिन्हे देख कर तथा इससे बचने के लिये तीन लाख पचास हजार रूपए जमा करने का कहा गया और पैसा जमा न करने की स्थिति में आवेदक के विरूद्ध सीबीआई के माध्यम से कार्यवाही करने का कहा। फिर थोडी देर बाद व्हाट्सएप कॉल पर एक आदमी आवेदक के सामने पुलिस की वर्दी में आया और अपने आपको सीबीआई का अधिकारी बताते हुए कहने लगा की अगर तुमने अभी 3 लाख 50 हजार रूपए जमा नही किए तो तुम्हारे विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी कर देगें और भोपाल आकर गिरफ्तारी करेंगे।
घटना की सूचना मिलने पर डिजिटल अरेस्ट की संवेदनशीलता देखते हुये अति.पुलिस उपायुक्त(Add DCP) शैलेन्द्र सिंह चौहान एवं सहायक पुलिस आयुक्त मुख्तार कुरैशी के द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर पीडित को सांत्वना व समझाईस देकर डिजिटल अरेस्ट से मुक्त कराया गया।
आवेदन जांच पर आए तथ्यों एवं प्राप्त तकनीकि जानकारी के आधार पर थाना क्राईम ब्रांच में IT ACT का कायम कर विवेचना में लिया गया। जिसको गंभीरता से लेते हुये वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में त्वरित कार्यवाही प्रारंभ की गई।
      सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर कानपुर, महौबा रवाना होकर प्राप्त साक्ष्यों व तकनीकी एनालिसिस के आधार पर अपराध करने में उपयोग किये गये कॉलिंग मोबाइल नंबर के धारक विकास साहू पिता जगदेव साहू निवासी भाटीपुरा महौबा से पूछताछ की गई। जिसके द्वारा बताया गया कि पीओएस एजेंट धीरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा द्वारा फ्री सिम देने का कहकर आधार कार्ड व फेस को अपने मोबाईल से स्कैन किया और कहा कि आपकी सिम एक्टिवेट नही हो पा रही है। आप फिंगर प्रिंट या फेस अपने आधारकार्ड में अपडेट करा ले। फिर दोबारा अँगूठा  (बायोमेट्रिक) मशीन में लगवाकर सिम को एक्टिवेट कर मुझे दे दिया था। मोबाइल नंबर धारक विकास साहू के न्यायालय के समक्ष उपस्थित होकर कथन लेख करवाये गये जिसने स्वंय के साथ फ्राड हो जाने पुष्टि न्यायालय के समक्ष की।
पीओएस एजेंट की तलाश करते हुये फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट करने वाले पीओएस एजेंट धीरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा पिता रामशरण विश्वकर्मा, उम्र -30  वर्ष, निवासी- वीरभूमि डिग्री कॉलेज के पास, भाटीपुरा, मबोहा, उ.प्र तकनीकि जानकारी प्राप्त की गई एवं प्राप्त जानकारी का मैदानी स्तर पर टीम के सदस्यों द्वारा प्रयास कर महोबा उ.प्र. से गिरफ्तार कर अपराध में प्रयुक्त 01 मोबाइल फोन, 03 सिम कार्ड,  जप्त किये गये।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि आरोपीगण Telecom Regulatory Authority of India व सीबीआई के अधिकारी बनकर लोगो को बोलते थे कि तुम्हारे आधार कार्ड से जो सिम ली गई है वो किसी गैरकानूनी गतिविधि में संलिप्त है और इसके लिये आरोपी फरियादी को विडियो कॉल करके फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटली अरेस्ट करने का कहकर फरियादी को एक कमरे में जाने के लिये बोलकर पूछताछ के नाम पर कानूनी कार्यवाही से बचने के लिये बैंक खातों में रुपये जमा करने का कहते थे।
प्रकरण में जांच में आये तथ्यों के आधार पर एयरटेल कम्पनी का एजेन्ट गिरफ्तार आरोपी धीरेन्द्र कुमार विश्वकर्मा जो ग्रामीण क्षेत्रो में जाकर लोगो को फ्री में सिमकार्ड देने का झांसा देकर सिम एक्टिव करने की प्रोसेस करता और बोलता कि आपके आधार मे कुछ गडबढी है आपको सिम के लिये फिर से प्रोसेस कराना होगा और उसी व्यक्ति के नाम की 02 सिम एक्टिवेट कर लेता था, 01 सिम स्वयं रख कर दूसरी सिम ग्राहक को दे देता था। इस प्रकार वह फर्जी सिमों को मोटे दामों में ठगी करने वाले गिरोह को दे देता था। प्रकरण में फरार आरोपी दुर्गेश सिंह पिता प्रहलाद सिंह  उम्र -21 साल निवासी- ग्राम समाज नगर पोस्ट दहेली घाटमपुर कानपुर उप्र की तलाश की जा रही है।

 

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