केन्द्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में अनुकंपा के आधार पर 9 नामांकित व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये

nspnews 07-04-2025 National

एनएसपीन्यूज। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू में जम्मू-कश्मीर के शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों के साथ मुलाकात की और अनुकंपा के आधार पर 9 नामांकित व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। केन्द्रीय गृह मंत्री ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारों को संबोधित करते हुए कहा कि साढ़े तीन दशक से भी ज़्यादा समय तक जम्मू-कश्मीर ने आतंकवाद के विनाशकारी प्रभाव को झेला है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बहादुर पुलिसकर्मियों के बलिदान पर गर्व है, जिन्होंने हमारे देश, हमारे घरों और हमारे भविष्य की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। गृह मंत्री ने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर पुलिसकर्मियों पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज आतंकवाद को खत्म करने और अलगाववादी विचारधारा को समाप्त करने में महत्वपूर्ण प्रगति प्राप्त हुई है। श्री शाह ने यह भी कहा कि हमारा मिशन अभी भी पूरा नहीं हुआ है, क्योंकि आतंकवाद पर अंकुश तो लगा दिया गया है, लेकिन यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर सरकार से शहीद एसजीसीटी जसवंत सिंह के 12 वर्षीय बेटे युवराज सिंह के वयस्क होने (18 वर्ष की आयु) पर अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के लिए यथासंभव सकारात्मक कदम उठाने का आग्रह किया। श्री शाह ने स्वर्गीय शशि भूषण अबरोल, उप प्रबंधक/डिजाइनर, एपीसीओ कंस्ट्रक्शन कंपनी, गगनगीर, जिला गंदेरबल के परिजनों के प्रति भी सम्मान और आभार व्यक्त किया। स्वर्गीय शशि भूषण अबरोल ने 20 अक्टूबर 2024 को आतंकवादी हमले के दौरान सोनमर्ग सुरंग की एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना में राष्ट्र की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। गृह मंत्री ने कहा कि इस पीढ़ा को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, लेकिन यह हमारी गहरी कृतज्ञता और वीर शहीदों के परिवार के साथ खड़े रहने की सरकार अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है, ठीक वैसे ही जैसे शहीदों के प्रियजन देश के लिए खड़े रहे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने शहीदों के आदर्शों पर चलने और कर्तव्य, सम्मान और माँ भारती के प्रति अटूट प्रेम रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान, साहस और प्रतिबद्धता हमेशा हमारे दिलों में अंकित रहेगी और इससे हमें उनके द्वारा देखे गए भारत के निर्माण के लिए प्रेरणा मिलती रहेगी।

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